गुरु तेरी कृपा का, कैसे चुकाऊं मैं मोल, लाख कीमती धन भला, गुरु हैं मेरे अनमोल |
सवा लाख से एक लड़ाऊं, चिड़ियन ते मैं बाज तुड़ाऊं, तबै गुरु गोबिंद सिंह, नाम कहाऊं || Guru Gobind Singh
मेरा हर ख्वाब आज हकीकत बन जाये, जो हो बस तुम्हारे साथ ऐसी जिन्दगी बन जाये, हम लाये लाखो में एक गुलाब तुम्हारे लिए, और ये गुलाब मोहब्बत की शुरुआत बन जाये |